भूत झोलकिया एक ऐसी मिर्च है जो सबसे ज़्यादा तीखी और तेज़ होती है। इसके तीखेपन की वजह से इसे गिनीज़ बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉडर्स में शामिल किया है। ये कई नामों से प्रसिद्ध हैं जैसे भूत मिर्च, यू-मोरोक, लालनागा, नागा झोलकिया। ये आसाम के अलावा नार्थ-ईस्ट राज्यों में मिलती है।
आपको बता दें भूत झोलकिया में पाया जाने वाला ओलियोरेजिन तत्व ही इसका स्वाद तीखा करता है।
इसको उगाने का तरीके-
इसे उगाने के लिए 75 डिग्री से 80 डिग्री तापमान होना चाहिए। फिर इसमें खाद मिलायें जिसमें पानी की मात्रा अधिक हो और रोज़ाना 5 से 6 घंटे धुप लगवाएं ताकि पूरी मात्रा में पोषण मिले।
फिर एक कटोरे में 1/2 भाग पानी डालें फिर उसमें इसके बीजों को सारी रात भिगोए। उसके बाद एक 4 इंच गमले के नीचे वाले भाग में छोटे -छोटे छेद कर दें। फिर उसको 1/4 इंच तक मिटटी से भर दें, उसमें थोड़ा पानी मिलाएं ताकि मिटटी पानी को अपने अंदर ले, फिर मिटटी के बीच वाले भाग में इसके 3 बीज रखें।
बता दें कश्मीर में पैलेट गन के स्थान लेने वाला पावा बम ग्वालियर के पास बीएसएफ की टियर स्मोक यूनिट में बनेगा। बीएसएफ ने इसे दुनिया की सबसे तीखी मिर्च, भूत झोलकिया से तैयार किया है।
देश में सुरक्षा बलों और आर्मी के लिए (बीएसएफ) की ग्वालियर, टेकनपुर स्थित टियर स्मोक यूनिट आंसू गैस के गोले बनाती हैं। यह टियर स्मोक के गोले उपद्रवियों को तितर-बितर करने के काम में आते हैं. इसी गोले में कुछ साल पहले बीएसएफ ने मिर्च का इस्तेमाल किया। इसके रिजल्ट भी अच्छे मिले क्योंकि इससे किसी प्रकार का हानिकारक प्रभाव शरीर पर नहीं पड़ता है।
इस मिर्च का पाउडर टियर स्मोक ग्रेनेड में इस्तेमाल किया जाता है। इसको उपद्रवियों के ऊपर दागते ही, आंख में बहुत तेज़ जलन होती है और दम घुटने लगता है। कुछ देर के लिए उपद्रवी अपने स्थान पर स्थिर हो जाते हैं और किसी प्रकार की हरकत नहीं कर पाते।
किन देशों में होता है निर्यात
चीन,अमेरिका जैसी कम्पनिया भारत से इसका निर्यात करवाती है। इसके तीखेपन की वजह से इसकी देश-विदेश दोनों में बड़ी मांग है।