अब मौसम विà¤à¤¾à¤— देश à¤à¤° के सà¤à¥€ किसानों को मौसम के सापà¥à¤¤à¤¾à¤¹à¤¿à¤• पूरà¥à¤µà¤¾à¤¨à¥à¤®à¤¾à¤¨ के आधार पर वाटà¥à¤¸à¤à¤ª के जरिठजानकारी देगा। विà¤à¤¾à¤— किसानों को बतायेगा कि किस फसल को कब कितना खाद पानी देना है। हालांकि मौसम विà¤à¤¾à¤— अà¤à¥€ किसानों को मोबाइल फोन पर à¤à¤¸à¤à¤®à¤à¤¸ के जरिये सिरà¥à¤« उनके कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° में अगले चार पांच दिनों में हवा की गति, बारिश और ओलावृषà¥à¤Ÿà¤¿ जैसी जरूरी जानकारियां देता है। जिसमें देशà¤à¤° के चार करोड़ किसानों को जोड़ा गया है।
जानकारी के मà¥à¤¤à¤¾à¤¬à¤¿à¤• विà¤à¤¾à¤— की कृषि मौसम विजà¥à¤žà¤¾à¤¨ इकाई ने देश के करीब 633 जिलों में किसानों के लिये ‘गà¥à¤°à¤¾à¤®à¥€à¤£ कृषि मौसम सेवा' शà¥à¤°à¥ करने की पà¥à¤°à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ शà¥à¤°à¥ कर दी है। पहले चरण में देश के 115 जिलों में इसकी शà¥à¤°à¥à¤†à¤¤ की गयी है। जिसमें जिलों में बà¥à¤²à¥‰à¤• और गांव के सà¥à¤¤à¤° पर किसानों के वाटà¥à¤¸à¤à¤ª गà¥à¤°à¥à¤ª पर सपà¥à¤¤à¤¾à¤¹ में दो दिन मौसम की जानकारी के साथ किस फसल को कितना खाद पानी देना है, यह à¤à¥€ जानकारी दी जाà¤à¤—ी। इसके तहत किसान अपनी कृषि संबंधी किसी à¤à¥€ समसà¥à¤¯à¤¾ का समाधान à¤à¥€ विशेषजà¥à¤žà¥‹à¤‚ से इस वाटà¥à¤¸à¤à¤ª गà¥à¤°à¥à¤ª पर पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ कर सकेंगे।