स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस को उनकी 125 वीं जयंती पर सम्मानित करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज 'पराक्रमदिवस' मनाने के लिए कोलकाता पहुंचे। प्रधानमंत्री का बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने अन्य अधिकारियों के साथ स्वागतकिया।
पीएम मोदी ने कोलकाता में लैंडिंग के बाद सीधे बोस के आवास नेताजी भवन का दौरा किया। दिन भर के समारोहों के तहत, पीएम मोदी ने नेशनल लाइब्रेरी का दौरा किया जिसके बाद वह विक्टोरिया मेमोरियल में एक सभा को संबोधित किया। विक्टोरिया मेमोरियल में पीएम नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में बच्चों और बैंड ने प्रदर्शन किया।
#WATCH: Children and band perform in presence of PM Narendra Modi at Victoria Memorial in Kolkata. #NetajiSubhashChandraBose pic.twitter.com/X73A6JWJB3
— ANI (@ANI) January 23, 2021
पीएम नरेंद्र मोदी ने कोलकाता में विक्टोरिया मेमोरियल में लोगों का अभिवादन किया। केंद्र ने स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाष बोस को याद करने के लिए हर साल नेताजी की जयंती को पराक्रम दिवस के रूप में मनाने काफैसला किया है। यह देखते हुए कि बंगाल भाजपा और टीएमसी के साथ विधानसभा चुनावों का गवाह है, पीएम मोदी के साथविक्टोरिया मेमोरियल में मौजूद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को देखना दिलचस्प था। इससे पहले दिन में, बनर्जी ने नेताजी की जयंती कोपराक्रम दिवस के रूप में मनाने के केंद्र के फैसले पर सवाल उठाया, इसके बजाय इसे देश प्रेम दिवस का नाम दिया जाना चाहिए था।
#WATCH | West Bengal: PM Narendra Modi at Victoria Memorial in Kolkata.
— ANI (@ANI) January 23, 2021
CM Mamata Banerjee and Governor Jagdeep Dhankhar are also present. #NetajiSubhashChandraBose pic.twitter.com/9l0ET4YZKL
नेताजी सुभाष चंद्र बोस को सम्मानित करने के लिए पीएम मोदी, बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ के साथ विक्टोरिया मेमोरियल मेंबंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी मौजूद हैं।
West Bengal: PM Narendra Modi arrives at Victoria Memorial in Kolkata.
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CM Mamata Banerjee and Governor Jagdeep Dhankhar are also present. pic.twitter.com/SsF27MLR3Y
पीएम मोदी ने कोलकाता के नेताजी भवन में नेताजी सुभाष चंद्र बोस को श्रद्धांजलि अर्पित की प्रधानमंत्री नेताजी की 125 वीं जयंती को पराक्रम दिवस के रूप में मनाने के लिए पश्चिम बंगाल में हैं।
वहीं मंच पर जनता को सम्बोधित करने जब ममता पहुँची तो नारेबाज़ी शुरू हो गयी, जिस पर भड़ककर ममता ने कहा कि किसी को बुलाकर उसे अपमानित करना ठीक है।
उसी दौरान नीचे खड़े लोगों ने 'जय श्रीराम' और 'भारत माता की जय' की नारेबाजी शुरू कर दी। मंच पर पीएम नरेंद्र मोदी भी मौजूद रहे। ममता ने कहा- 'सरकार के कार्यक्रम की गरिमा होनी चाहिए। यह कोई राजनीतिक कार्यक्रम नहीं है। आपको किसी को आमंत्रित करनेके बाद उसकी बेइज्जती करना शोभा नहीं देता है। विरोध के रूप में मैं कुछ भी नहीं बोलूंगीं।' इसके बाद 'जय हिंद-जय बांग्ला' बोलकरतुरंत मंच से नीचे उतर गईं।