डेरापुर ब्लॉक सभागार में गुरुवार को कृषक जागरूकता कार्यशाला में कृषि वैज्ञानिकों ने किसानों को खेती के गुण बताए। मृदा परिक्षण के आधार पर कमी वाले उर्वरक और अन्य सूक्ष्म तत्व का प्रयोग कर उत्पादन बढ़ाया जा सकता है।
कृषि सुचना तंत्र सुदृढ़ीकरण योजना के तहत गुरुवार को जागरूकता कार्यशाला में कृषि वैज्ञानिक डॉ. अरविंद कुमार ने बताया कि बुआई में हमेशा सोधित बीज का ही प्रयोग करें। इससे बीज का जमाव सही होता है। वहीं कीड़ों से बीज को नुकसान करने की आशंका नहीं रहती है। उन्होंने मृदा परिक्षण के बिना उर्वरक प्रयोग नहीं करने पर जोर दिया।
वे बोले कि किसान भाई मृदा परिक्षण के अनुसार कम पाए गए तत्वों और ज़रुरत के हिसाब से ही उर्वरक प्रयोग किया जाए। इससे खेत की उर्वरता दुरुस्त रहती है। अधिक उर्वरक प्रयोग होने से खेत बंजर होने का खतरा होता है। ज़िला कृषि रक्षा अधिकारी कुलदीप विश्राम ने खरपतवार नष्ट करने की दवा के बारे में जानकारी दी। इसके साथ ही जैविक और गोबर खाद प्रयोग पर बल दिया।