जांबिया के पहले राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤ªà¤¤à¤¿ केनेथ डेविड कौंडा का आज 99वां जनà¥à¤®à¤¦à¤¿à¤¨ है। वे (1964 - 1991) 27 वरà¥à¤·à¥‹à¤‚ तक राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤ªà¤¤à¤¿ के पद पर रहे। बà¥à¤°à¤¿à¤Ÿà¤¿à¤¶ शासन से जांबिया को आजादी दिलाने में उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने अगà¥à¤°à¤£à¥€ à¤à¥‚मिका निà¤à¤¾à¤ˆ थी। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने आजादी के संघरà¥à¤· की लड़ाई में महातà¥à¤®à¤¾ गाà¤à¤§à¥€ के अहिंसा के रासà¥à¤¤à¥‹à¤‚ को अपनाया। जैसे à¤à¤¾à¤°à¤¤ में महातà¥à¤®à¤¾ गाà¤à¤§à¥€ ने सविनय अवजà¥à¤žà¤¾ आंदोलन चलाया था उसी पà¥à¤°à¤•ार कौंडा ने अपने देश में चा-चा -चा अà¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤¨ चलाया था।
केनेथ डेविड कौंडा का जनà¥à¤® 28 अपà¥à¤°à¥ˆà¤² 1924 को चिनसाली के लà¥à¤¬à¤µà¤¾ मिशन में हà¥à¤† था, जो उस समय उतà¥à¤¤à¤°à¥€ रोडेशिया का हिसà¥à¤¸à¤¾ था। वे अपने 8 à¤à¤¾à¤ˆ - बहनों में सबसे छोटे थें। उनके पिता रेवरेंड डेविड कौंडा à¤à¤µà¤‚ उनकी मां सà¥à¤•ॉटलैंड के à¤à¤• चरà¥à¤š मिशनरी में शिकà¥à¤·à¤• थे। बाद में वो à¤à¥€ अपने माता - पिता के नकà¥à¤¶à¥‡à¤•दम पर चलते हà¥à¤ शिकà¥à¤·à¤• बन गà¤à¥¤ अपने करियर के शà¥à¤°à¥à¤†à¤¤ में महातà¥à¤®à¤¾ गाà¤à¤§à¥€ के लेखन को पà¥à¤¨à¥‡ के बाद उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा की गाà¤à¤§à¥€ के विचार सीधे उनके दिल में उतर गई।
1949 में कौंडा ने राजनीति में पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ किया और उतà¥à¤¤à¤°à¥€ रोडà¥à¤¸à¤¿à¤¯à¤¨ अफà¥à¤°à¥€à¤•ी राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ के संसà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤• सदसà¥à¤¯ बने । 11 नवंबर 1953 को वे हैरी नकà¥à¤®à¥à¤¬à¥à¤²à¤¾ की अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤·à¤¤à¤¾ में अफà¥à¤°à¥€à¤•ा नेशनल कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ (à¤à¤à¤¨à¤¸à¥€) के महासचिव का पद संà¤à¤¾à¤²à¤¨à¥‡ के लिठलà¥à¤¸à¤¾à¤•ा चले गà¤à¥¤ कौंडा और नकà¥à¤‚बà¥à¤²à¤¾ के संयà¥à¤•à¥à¤¤ पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ से यूरोपियन पà¥à¤°à¤à¥à¤¤à¥à¤µ वाले फेडरेशन ऑफ रोडेशिया और नà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¤¾à¤²à¥ˆà¤‚ड के खिलाफ मूल अफà¥à¤°à¥€à¤•ी लोगों को लामबंद करने में वे विफल रहे । 1955 में कौंडा और नकà¥à¤®à¥à¤¬à¥à¤²à¤¾ को विधà¥à¤µà¤‚सक साहितà¥à¤¯ बांटने के जà¥à¤°à¥à¤® में दो महीने के लिठकैद किया गया था। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने अकà¥à¤Ÿà¥‚बर 1958 में अपनी पारà¥à¤Ÿà¥€ जामà¥à¤¬à¤¿à¤¯à¤¨ अफà¥à¤°à¥€à¤•न नेशनल कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ (जेडà¤à¤à¤¨à¤¸à¥€) की सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¨à¤¾ की।
1960 में उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने अटलांटा में मारà¥à¤Ÿà¤¿à¤¨ लूथर किंग जूनियर से मà¥à¤²à¤¾à¤•ात की और उसके बाद, जà¥à¤²à¤¾à¤ˆ 1961 में, कौंडा ने सविनय अवजà¥à¤žà¤¾ आंदोलन चलाया जिसका नाम चा-चा-चा अà¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤¨ था, जिसमें बड़े पैमाने पर आगजनी और महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ सड़कों को बाधित करना शामिल था। 1962 के चà¥à¤¨à¤¾à¤µà¥‹à¤‚ में कौंडा UNIP के उमà¥à¤®à¥€à¤¦à¤µà¤¾à¤° के रूप में चà¥à¤¨à¤¾à¤µ लड़े और जीते। जनवरी 1964 में UNIP ने अपने ANC पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¦à¥à¤µà¤‚दà¥à¤µà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को हराकर पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ मंतà¥à¤°à¥€ के रूप में कौंडा की सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ को सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¿à¤¤ करते हà¥à¤ अगला बड़ा चà¥à¤¨à¤¾à¤µ जीता। 24 अकà¥à¤Ÿà¥‚बर 1964 को वे à¤à¤• सà¥à¤µà¤¤à¤‚तà¥à¤° जामà¥à¤¬à¤¿à¤¯à¤¾ के पहले राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤ªà¤¤à¤¿ बने और रूबेन कामंगा को अपना उपाधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· नियà¥à¤•à¥à¤¤ किया।
आरà¥à¤¥à¤¿à¤• निति
नियोजित अरà¥à¤¥à¤µà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ पर निरà¥à¤£à¤¯ लेते हà¥à¤, जांबिया ने राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ विकास योजना आयोग के निरà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¤¨ में राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ विकास का à¤à¤• कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ किया, जिसने "संकà¥à¤°à¤®à¤£à¤•ालीन विकास योजना" और "पà¥à¤°à¤¥à¤® राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ विकास योजना" की सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¨à¤¾ की। दो परिचालनों ने बà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾à¤¦à¥€ ढांचे और विनिरà¥à¤®à¤¾à¤£ कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚ में बड़ा निवेश लाया। अपà¥à¤°à¥ˆà¤² 1968 में, कौंडा ने मà¥à¤²à¥à¤‚गà¥à¤¶à¥€ सà¥à¤§à¤¾à¤°à¥‹à¤‚ की शà¥à¤°à¥à¤†à¤¤ की, जिसने जामà¥à¤¬à¤¿à¤¯à¤¾ के विदेशी सà¥à¤µà¤¾à¤®à¤¿à¤¤à¥à¤µ वाले निगमों को औदà¥à¤¯à¥‹à¤—िक विकास निगम के तहत राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ नियंतà¥à¤°à¤£ में लाने की मांग की। बाद के वरà¥à¤·à¥‹à¤‚ में, कई खनन निगमों का राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯à¤•रण किया गया, हालांकि देश के बैंक, जैसे बारà¥à¤•लेज और सà¥à¤Ÿà¥ˆà¤‚डरà¥à¤¡ चारà¥à¤Ÿà¤°à¥à¤¡, विदेशी सà¥à¤µà¤¾à¤®à¤¿à¤¤à¥à¤µ में बने रहे। 1980 के दशक में आरà¥à¤¥à¤¿à¤• सà¥à¤§à¤¾à¤°à¥‹à¤‚ के उनके कमजोर पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸à¥‹à¤‚ ने जामà¥à¤¬à¤¿à¤¯à¤¾ के पतन को तेज कर दिया। आईà¤à¤®à¤à¤« के साथ कई वारà¥à¤¤à¤¾à¤“ं का पालन किया गया, और 1990 तक कौंडा को राजà¥à¤¯ के सà¥à¤µà¤¾à¤®à¤¿à¤¤à¥à¤µ वाले निगमों के आंशिक निजीकरण के लिठमजबूर होना पड़ा। देश के आरà¥à¤¥à¤¿à¤• संकट ने अंततः उनकी सतà¥à¤¤à¤¾ को गिराने में अहम योगदान दिया।
गà¥à¤Ÿà¤¨à¤¿à¤°à¤ªà¥‡à¤•à¥à¤· आंदोलन के समरà¥à¤¥à¤•
कौंडा गà¥à¤Ÿà¤¨à¤¿à¤°à¤ªà¥‡à¤•à¥à¤· आंदोलन के पà¥à¤°à¤¬à¤² समरà¥à¤¥à¤• थे । ​​उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने 1970 में लà¥à¤¸à¤¾à¤•ा में à¤à¤• à¤à¤¨à¤à¤à¤® शिखर समà¥à¤®à¥‡à¤²à¤¨ की मेजबानी की और 1970 से 1973 तक उसके अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· के रूप में कारà¥à¤¯ किया। उनकी यूगोसà¥à¤²à¤¾à¤µà¤¿à¤¯à¤¾ के लंबे समय तक नेता रहे जोसिप बà¥à¤°à¥‹à¤œà¤¼ टीटो के साथ घनिषà¥à¤ मितà¥à¤°à¤¤à¤¾ थी। 1980 में टिटो के ताबूत पर वे रोने लगे थें जिसे आज à¤à¥€ कई यà¥à¤—ोसà¥à¤²à¤¾à¤µà¤¿à¤¯à¤¾ के अधिकारियों दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ याद किया गया था। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने 1970 के दशक में रोमानिया के राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤ªà¤¤à¤¿ निकोले सà¥à¤¯à¥‚सेसà¥à¤•ॠका दौरा किया और उनका सà¥à¤µà¤¾à¤—त किया। 1986 में, यूगोसà¥à¤²à¤¾à¤µà¤¿à¤¯à¤¾ के बेलगà¥à¤°à¥‡à¤¡ विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ ने उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ डॉकà¥à¤Ÿà¤°à¥‡à¤Ÿ की मानद उपाधि से समà¥à¤®à¤¾à¤¨à¤¿à¤¤ किया।
à¤à¤¾à¤°à¤¤ के साथ समà¥à¤¬à¤¨à¥à¤§
सरà¥à¤µà¤ªà¥à¤°à¤¥à¤® 1967 में कौंडा ने à¤à¤¾à¤°à¤¤ की यातà¥à¤°à¤¾ की थी। उसके बाद à¤à¤¾à¤°à¤¤ की तरफ से महामहिम राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤ªà¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ वी.वी. गिरि, नीलम संजीव रेडà¥à¤¡à¥€, आर. वेंकटरमन और राम नाथ कोविंद के साथ-साथ पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ मंतà¥à¤°à¥€ इंदिरा गांधी और राजीव गांधी ने à¤à¤¾à¤°à¤¤ की राजकीय यातà¥à¤°à¤¾à¤“ं का नेतृतà¥à¤µ किया। डॉ. कौंडा के समय में, 1979 और 1982 में, à¤à¤¾à¤°à¤¤ ने 3 मिलियन अमेरिकी डॉलर का ऋण दिया। 1989 में, à¤à¤¾à¤°à¤¤ ने अफà¥à¤°à¥€à¤•ा फंड के तहत जामà¥à¤¬à¤¿à¤¯à¤¾ को लगà¤à¤— 1 मिलियन अमेरिकी डॉलर की लागत वाले रेलवे वैगन à¤à¥‡à¤œà¥‡ थे। à¤à¤¾à¤°à¤¤ ने जामà¥à¤¬à¤¿à¤¯à¤¾ के आरà¥à¤¥à¤¿à¤• और तकनीकी विकास का समरà¥à¤¥à¤¨ किया है जबकि जामà¥à¤¬à¤¿à¤¯à¤¾ ने पारसà¥à¤ªà¤°à¤¿à¤• हित के विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ मà¥à¤¦à¥à¤¦à¥‹à¤‚ पर अंतरà¥à¤°à¤¾à¤·à¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ मंचों पर à¤à¤¾à¤°à¤¤ का समरà¥à¤¥à¤¨ किया है। जामà¥à¤¬à¤¿à¤¯à¤¾ ने विसà¥à¤¤à¤¾à¤°à¤¿à¤¤ संयà¥à¤•à¥à¤¤ राषà¥à¤Ÿà¥à¤° सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾ परिषद की सà¥à¤¥à¤¾à¤¯à¥€ सदसà¥à¤¯à¤¤à¤¾ के लिठà¤à¤¾à¤°à¤¤ के दावे का à¤à¥€ समरà¥à¤¥à¤¨ किया है।
2005 में जब वह à¤à¤¾à¤°à¤¤ आठतब उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा था "काश मैं पॉजिटिव टेसà¥à¤Ÿ हो जाता. इससे मà¥à¤à¥‡ à¤à¤¡à¥à¤¸ से जà¥à¤¡à¤¼à¥‡ कलंक और अवà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ से लड़ने में काफी मदद मिलती". उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने इससे लड़ने के लिठ'कौंडा चिलà¥à¤¡à¥à¤°à¤¨ ऑफ अफà¥à¤°à¥€à¤•ा फाउंडेशन' बनाया, जिसके वह चेयरमैन थे. 78 वरà¥à¤· की उमà¥à¤° में खà¥à¤¦ का à¤à¤¡à¥à¤¸ टेसà¥à¤Ÿ कराया ताकि जांबिया के दूसरे लोगों को à¤à¥€ à¤à¤¸à¤¾ करने का पà¥à¤°à¥‹à¤¤à¥à¤¸à¤¾à¤¹à¤¨ मिले. 2018 में राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤ªà¤¤à¤¿ रहते हà¥à¤ रामनाथ कोविंद ने अपने राजकीय दौड़े पर उनसे मà¥à¤²à¤¾à¤•ात की थी।
17 जून 2021 को 97 वरà¥à¤· की आयॠमें मैना सोको सैनà¥à¤¯ असà¥à¤ªà¤¤à¤¾à¤² में निमोनिया के इलाज के दौरान उनका निधन हो गया। उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ अफà¥à¤°à¥€à¤•ा का गाà¤à¤§à¥€ कहा जाता है।