जब-जब कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ और गांधी परिवार पर राजनितिक मà¥à¤¸à¥€à¤¬à¤¤ आई तब-तब करà¥à¤¨à¤¾à¤Ÿà¤• ने उसे संजीवनी पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ की और कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ ने सतà¥à¤¤à¤¾ के शिखर तक का मारà¥à¤— पà¥à¤°à¤¶à¤¸à¥à¤¤ की। कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ अà¤à¥€ अपने इतिहास के सबसे बà¥à¤°à¥‡ दौर से गà¥à¤œà¤° रही है। उसके सबसे बड़े नेता राहà¥à¤² गांधी की पिछले दिनों लोकसà¤à¤¾ की सदसà¥à¤¯à¥à¤¤à¤¾ निरसà¥à¤¤ कर दी गई। कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ पारà¥à¤Ÿà¥€ की सरकार अà¤à¥€ केवल तीन राजà¥à¤¯à¥‹à¤‚ में चल रही है और तीन राजà¥à¤¯à¥‹à¤‚ में वह गठबंधन के छोटे साथी के रूप में सरकार में शामिल है। करà¥à¤¨à¤¾à¤Ÿà¤•ा में अà¤à¥€ विधानसà¤à¤¾ का चà¥à¤¨à¤¾à¤µ के लिठपà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° जोर-शोर से चल रहा है। कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ को इस चà¥à¤¨à¤¾à¤µ से बहà¥à¤¤ आश है। करà¥à¤¨à¤¾à¤Ÿà¤•ा à¤à¤¸à¤¾ राजà¥à¤¯ है जहाठअगर कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ इस चà¥à¤¨à¤¾à¤µ को जितने में सफल रहती है तो पारà¥à¤Ÿà¥€ के कारà¥à¤¯à¤•रà¥à¤¤à¤¾à¤“ं का मनोबल à¤à¥€ बà¥à¥‡à¤—ा, साथ ही 2024 में आने वाले लोकसà¤à¤¾ चà¥à¤¨à¤¾à¤µ के लिठफंड का à¤à¥€ इंतजाम हो जाà¤à¤—ा। अनà¥à¤¯ राजà¥à¤¯à¥‹à¤‚ के तà¥à¤²à¤¨à¤¾ में करà¥à¤¨à¤¾à¤Ÿà¤• à¤à¤• à¤à¤¸à¤¾ राजà¥à¤¯ है जहाठकांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ का संगठन मजबूत है और उसके पास डीके शिवकà¥à¤®à¤¾à¤° और सिदà¥à¤¦à¤¾à¤°à¤®à¥ˆà¤¯à¤¾ के रूप में राजà¥à¤¯ सà¥à¤¤à¤° पर दो बड़े नेता मौजूद हैं। कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ के वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· मलà¥à¤²à¤¿à¤•ारà¥à¤œà¥à¤¨ खरगे à¤à¥€ इसी राजà¥à¤¯ से आते हैं। ये उनके लिठà¤à¥€ परीकà¥à¤·à¤¾ की घड़ी है। खरगे दलित समà¥à¤¦à¤¾à¤¯ का पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¨à¤¿à¤§à¤¿à¤¤à¥à¤µ करते हैं।
1978 का उपचà¥à¤¨à¤¾à¤µ और "à¤à¤• शेरनी,सौ लंगूर, चिकमंगलूर चिकमंगलूर" का नारा जो बदल दी थी इंदिरा और कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ की किसà¥à¤®à¤¤
इंदिरा गांधी ने जब 1977 में आपातकाल हटाकर कर चà¥à¤¨à¤¾à¤µ कराई तो उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ और पारà¥à¤Ÿà¥€ को बà¥à¤°à¥€ तरह हार का सामना करना परा। इंदिरा को अमेठी और उनके बेटे संजय को रायबरेली से अपने चà¥à¤¨à¤¾à¤µ कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° में हार का सामना करना पड़ा। जनता पारà¥à¤Ÿà¥€ के सरकार ने इंदिरा को à¤à¤• रात के लिठजेल में à¤à¥€ बंद कर दिया था। अब वरà¥à¤· आता है 1978 का और उसी साल करà¥à¤¨à¤¾à¤Ÿà¤•ा के चिकमगलूर में लोकसà¤à¤¾ का उपचà¥à¤†à¤µ होता है। इंदिरा गांधी वहां से चà¥à¤¨à¤¾à¤µ लड़ती है और 77,000 से अधिक मतों से चà¥à¤¨à¤¾à¤µ जीतकर संसद पहà¥à¤à¤šà¤¤à¥€ है। उस समय à¤à¤• नारा देश à¤à¤° में बहà¥à¤¤ पà¥à¤°à¤šà¤²à¤¿à¤¤ हà¥à¤† था "à¤à¤• शेरनी,सौ लंगूर, चिकमंगलूर चिकमंगलूर"। ये à¤à¤• à¤à¤¸à¤¾ नारा था जो इंदिरा के वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤¤à¥à¤µ को दरà¥à¤¶à¤¾à¤¤à¤¾ था और जनता à¤à¥€ आकरà¥à¤·à¤¿à¤¤ हो रही थी। ये नारा केवल इंदिरा को वो उपचà¥à¤¨à¤¾à¤µ नहीं जिताया था बलà¥à¤•ि 1980 का लोकसà¤à¤¾ चà¥à¤¨à¤¾à¤µ à¤à¥€ जितने में मदद की थी। ये नारा लिखा था दकà¥à¤·à¤¿à¤£ à¤à¤¾à¤°à¤¤ के हीं कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ नेता देबराज उरà¥à¤¸ ने।
1999 के बेलà¥à¤²à¤¾à¤°à¥€ का विदेशी बहॠबनाम देशी बेटी का चà¥à¤¨à¤¾à¤µ जो सोनिया गांधी को राजनीति में सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ किया
सोनिया गांधी पति राजीव गांधी की हतà¥à¤¯à¤¾ के बाद 1998 में मजबूरन राजनीति में आई। वो 1998 में कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ पारà¥à¤Ÿà¥€ की अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· बनी। अगले साल 1999 में लोकसà¤à¤¾ का चà¥à¤¨à¤¾à¤µ आ गया। उनके लिठà¤à¤• सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¿à¤¤ सीट की तलाश शà¥à¤°à¥‚ हà¥à¤ˆ जो कि करà¥à¤¨à¤¾à¤Ÿà¤• के बेलà¥à¤²à¤¾à¤°à¥€ पहà¥à¤‚च कर पूरी हà¥à¤ˆà¥¤ साथ हीं वो अपने पारिवारिक सीट रायबरेली से à¤à¥€ चà¥à¤¨à¤¾à¤µ लड़ने की घोषणा की। सोनिया गांधी के बेलà¥à¤²à¤¾à¤°à¥€ से चà¥à¤¨à¤¾à¤µ लड़ने के घोषणा करते ही बीजेपी की तरफ से तेज-तरà¥à¤°à¤¾à¤° नेता सà¥à¤·à¤®à¤¾ सà¥à¤µà¤°à¤¾à¤œ ने à¤à¥€ उनके खिलाफ चà¥à¤¨à¤¾à¤µ लड़ने की घोषणा कर दी। सोनिया को विदेशी और खà¥à¤¦ को देशी बताने के लिठसà¥à¤·à¤®à¤¾ ने à¤à¤• महीने में कनà¥à¤¨à¥œ à¤à¤¾à¤·à¤¾ सीखी और अपनी à¤à¤¾à¤·à¤£ कनà¥à¤¨à¥œ में देने लेगी। सà¥à¤·à¤®à¤¾ सà¥à¤µà¤°à¤¾à¤œ ने सोनिया की दà¥à¤–ती रग पर हाथ रखते हà¥à¤ उनके विदेशी होने का मà¥à¤¦à¥à¤¦à¤¾ खूब उठाया। सोनिया उस चà¥à¤¨à¤¾à¤µ में पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ की उमà¥à¤®à¥€à¤¦à¤µà¤¾à¤° थी। वो चà¥à¤¨à¤¾à¤µ तो सोनिया जीत गई लेकिन कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ पारà¥à¤Ÿà¥€ चà¥à¤¨à¤¾à¤µ हार गई। अटल बिहारी पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ बने और सोनिया गांधी लोकसà¤à¤¾ में विपकà¥à¤· की नेता बनी। ठीक उसके पांच साल बाद 2004 में सोनिया गांधी के नेतृतà¥à¤µ में कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ ने चà¥à¤¨à¤¾à¤µ जीता और कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ समरà¥à¤¥à¤¿à¤¤ यूपीठकी सरकार बनी। सोनिया गांधी खà¥à¤¦ पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ न बनकर मनमोहन सिंह को बनाया लेकिन उस सरकार को चलाने और नीति निरà¥à¤§à¤¾à¤°à¤£ में उनकी महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ à¤à¥‚मिका रही।
कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ फिर से 1978 और 1999 के सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ या उससे à¤à¥€ बà¥à¤°à¥€ सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ में पहà¥à¤à¤š चà¥à¤•ी है। कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ को फिर करà¥à¤¨à¤¾à¤Ÿà¤• से आश है। कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ ये चà¥à¤¨à¤¾à¤µ जीतकर à¤à¤• गति पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ करना चाहेगी जो उसे इस साल के अंत में आने वाले विधानसà¤à¤¾ चà¥à¤¨à¤¾à¤µ और अगले साल होने वाले लोकसà¤à¤¾ चà¥à¤¨à¤¾à¤µ में मदद करेगी। खबर ये à¤à¥€ है कि सोनिया गांधी 6 मई से करà¥à¤¨à¤¾à¤Ÿà¤• विधानसà¤à¤¾ चà¥à¤¨à¤¾à¤µ में पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° शà¥à¤°à¥‚ करेगी।