छतà¥à¤¤à¥€à¤¸à¤—ॠमें किसानों ने अपने औजारों की पूजा कर हरेली का तà¥à¤¯à¥Œà¤¹à¤¾à¤° मनाया। हरेली तà¥à¤¯à¥Œà¤¹à¤¾à¤° के मौके पर शहर से लेकर गांव तक उतà¥à¤¸à¤¾à¤¹ देखने को मिला। इस मौके पर किसानों ने अपने कृषि उपकरणों की पूजा की। इस दौरान जिला समेत बà¥à¤²à¥‰à¤• मà¥à¤–à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯à¥‹à¤‚ व पंचायतों में हरेली का तà¥à¤¯à¥Œà¤¹à¤¾à¤° पर गेड़ी दौड़, कबडà¥à¤¡à¥€, नारियल फेंक पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤—िता का आयोजन à¤à¥€ किया गया। इस पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤—िता में सà¤à¥€ ने बढ़-चढ़ कर à¤à¤¾à¤— लिया। वहीं किसानों ने कहा कि अब अचà¥à¤›à¥€ बारिश होगी।
हरेली का ये परà¥à¤µ किसान हरियाली के पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤• के रूप में मनाते हैं। इस दिन सà¤à¥€ कृषि उपकरणों की पूजा की जाती है, साथ ही पशà¥à¤“ं को कोई बीमारी न हो इसके लिठà¤à¥€ बैलों और à¤à¥ˆà¤‚सों नमक खिलाया जाता हैं। छतà¥à¤¤à¥€à¤¸à¤—ढ़ में हà¥à¤ˆ कम बारिश के बाद à¤à¥€ किसानों में तà¥à¤¯à¥‹à¤¹à¤¾à¤° मनाने का उतà¥à¤¸à¤¾à¤¹ कम नहीं हà¥à¤†à¥¤ उनका कहना था कि आगे अचà¥à¤›à¥€ बारिश होगी तो फसल फिर से लहराà¤à¤—ी। हरेली वासà¥à¤¤à¤µ में खेतों में छायी हरियाली की खà¥à¤¶à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ बांटने का परà¥à¤µ है।